Interesting Things [ दिलचस्प बातें ]
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इस तरह से पहचानिये अपने सोल मेट को |
हो सकता है कि आपकी लाइफ में जैसा पार्टनर चाहिए हों, वैसा न मिलें। लेकिन अगर आपके पार्टनर दिल के अच्छे हैं तो उन्हे सोलमेट बनने में समय नहीं लगेगा। ऐसा नहीं कि सोलमेट आपकी पति या पत्नी तक ही सीमित है। जो व्यक्ति आपकी लाइफ में सबसे ज्यादा मायने रखता हों और उस रिश्ते का कोई नाम न हों, उसे भी सोलमेट ही कहते है। एक लाइफपार्टनर, आपको हर बार सपोर्ट करने वाला और जीवन भर का साथ निभाने वाला सोलमेट ही कहलाता है।
हर किसी के लिए जीवनसाथी के मायने अलग होते है लेकिन कोई भी ऐसा नहीं होगा, जिसे प्यार की जरूरत न हों, जिसे किसी ऐसे शख्स की जरूरत न हों, जो सारी दुनिया से लड़कर भी उसी के साथ रहें। आइए जानते हैं सोलमेट के 10 गुण:
जीवनसाथी के गुण :
1. इसे शब्दों में बयां करना मुश्किल है
सोलमेट का शाब्दिक अर्थ होता है आत्मा से साथी। इस रिश्ते का कोई नाम होने से ज्यादा आपको दिल से फीलिंग आती है। आप दोनों एक दूसरे के साथ खुश रहते हैं और ज्यादा से ज्यादा समय बिताना पसंद करते है। आप लोग इमोशनली एक दूसरे के साथ काफी ज्यादा जुड़े होते है।
2. फ्लैशबैक
अगर आपका पार्टनर ही आपका सोलमेट है तो चांसेस ज्यादा है कि आपके पिछले जीवन में उनका सहयोग और समर्थन सबसे ज्यादा रहा होगा। तभी आज आप दोनों एक दूसरे के साथ हैं।
3. सोलमेट कोई भी हो सकता है
आपकी मम्मी या आपका कोई सबसे अच्छा दोस्त, जो आपको बखूबी जानता हों, वह आपका सोलमेट हो सकता है। आप दोनों एक दूसरे का दिल दुखाना नहीं जानते है, सिर्फ प्यार से साथ निभाना जानते हैं। ऐसा नहीं कि आपके बीच तकरार या हॉट डिस्कशन नहीं होता है लेकिन उसके बाद भी आप सोलमेट ही रहते हैं।
4. लड़ाई झगड़े के बावजूद भी आप एक साथ रहते हैं
कोई भी रिश्ता परफेक्ट नहीं होता है, सभी में उतार चढाव आते हैं, इसमें भी ऐसी दिक्कतें आती हैं लेकिन इसके बावजूद भी आप दोनों के बीच कोई गलतफहमी नहीं होती है। आप एक दूसरे की हर बात को समझते हैं।
5. आप उन्हें हर बातें बताते हैं
आपकी किसी भी प्रकार की कोई भी समस्या हों, आप उन्हे बताने में नहीं हिचकते हैं। उनके साथ रिश्ते में खटास आने पर भी आप बुरी यादों को हटाकर साथ में रहना ही पसंद करते है।
6. आप दोनों सारी दुनिया से अलग होते है
दिमाग में हर समय बस उसका ही ख्याल हर बात में आना स्वाभाविक है। ऐसा प्यार में भी होता है लेकिन प्यार में ये फीलिंग सिर्फ कुछ महीनों की होती है जबकि सोलमेट के साथ ऐसी फीलिंग हमेशा रहती है।
7. आप अपने सोलमेट के दिमाग से इम्प्रेस रहते है
आप दोनों के बीच दिमागी कनेक्शन इतना स्ट्रांग होता है कि आप दोनों एक साथ ही एक दूसरे को कॉल करने के लिए फोन भी उठाते हैं, इस टर्म को सोलमेट ट्यूनिंग कहते है।
8. आप उनके साथ सुरक्षित महसूस करते हैं
आप अपने सोलमेट या जीवनसाथी के साथ सुरक्षित और सहज महसूस करते है। किसी भी तरह का डर मन में होने पर आप उन्हे अपने साथ महसूस करके ही कम्फर्टटेबल हो जाते है।
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