स्वास्थ्य के लिए हंसी को औषधि के तौर पर लिया जाता है। जिस तरह तनाव या दुख आपकी सेहत पर नेगेटिव असर डालते हैं ठीक उसके उलट हंसना आपको सेहतमंद बनाता है। सामान्य शब्दों में कहा जाए तो हंसने से खून बढ़ता है।
इसी क्रम में पिछले दिनों एक शोध में यह भी साबित हुआ है कि हंसने से दर्द में कमी आती है। यह शोध कहता है कि हंसी एक तरह के पेनकिलर का काम करती है। यही नहीं अगर हंसते वक्त आपके दोस्त या परिचित आसपास हों यानी यदि हंसी ग्रुप में हो, तो फायदा और भी बढ़ जाता है।
लेकिन हां, यह हंसी दिल से निकलने वाली शुद्ध और गला फाड़, पेट पकड़ हंसी हो न कि विनम्रता और औपचारिकता के लिए धीमी आवाज में हंसना।
असल में तेजी से बिना किसी झिझक के हंसने से हमारी सांस लेने की क्रिया गड़बड़ा जाती है जिसके कारण हम थक जाते हैं। इस थकान की वजह से हमारे शरीर में एंडोरफीन नामक हारमोन का स्राव होता है जो कि नींद का सा प्रभाव उत्पन्न करता है और हम दर्द में कमी महसूस करने लगते हैं।