हमने आज जो लर्निग की है, वह आगे कभी न कभी काम आएगी ही। लाइफ इज लर्निग, इसे याद रखें और हमेशा कुछ नया सीखते रहें। सक्सेस कुछ इसी तरह मिलती है।
हॉबी पर फोकस कम
हॉबी से रिलेटेड नई इन्फॉर्मेशन को हम सुनकर ही माइंड में सेव कर लेते हैं, लेकिन बाकी पर ध्यान नहीं देते। आगे बढना है, तो सभी फील्ड्स में नॉलेज गेन करनी होगी। सभी इंपॉर्टेट इन्फॉर्मेशन्स को डायरी में लिखें और इनसे जुडी बेसिक चीजों के बारे में पढें।
पेपर और पेन
पेपर और पेन स्टूडेंट के हथियार हैं। इन्हें हमेशा अपने पास रखें। कई बार देखा गया है कि कोई इन्फॉर्मेशन मिलती है, लेकिन उसे नोट करने के लिए हमारे पास साधन नहीं होता है। जल्द ही ये चीजें माइंड से उतर जाती हैं। यह एक मेजर प्रॉब्लम है, इस प्रॉब्लम पर थोडा ध्यान देने से सुधारा जा सकता है।
पिकअप राइट थिंग्स
अपडेशन के लिए हमेशा राइट टॉपिक चूज करें। ध्यान रखें कि जो नई इन्फॉरमेशन डायरी में जोड रहे हैं, वह किस पुरानी चीज को रिप्लेस कर रही है। यूजलेस टॉपिक्स को काट दें। जीके से रिलेटेड उन टॉपिक्स पर फोकस करें, जो न्यूजपेपर और न्यूज चैनल्स की सुर्खियां बन रहे हों और जिनका अपनी कंट्री पर किसी न किसी तरह असर भी पड रहा हो। एक दूसरे से रिलेटेड टॉपिक्स को आस-पास लिखना ही बेटर रहता है।
लीव ब्लैंक स्पेस
नोट्स बनाते समय एक टॉपिक से रिलेटेड कोई इन्फॉर्मेशन लिखें, तो उसके बाद कम से कम एक या दो पेज जरूर ब्लैंक छोड दें। इनका यूज आगे इससे रिलेटेड कोई दूसरी इन्फॉर्मेशन लिखने में होगा। इस तरह बनाए गए नोट्स में टॉपिक्स तलाशने में भी कोई खास प्रॉब्लम नहीं आएगी।
सेल्फ टेस्ट
केवल नोट्स बनाने से ही अपडेशन नहीं होगा। यह भी पता करें कि नोट्स प्रॉपर तैयार भी हो रहे हैं या नहीं। इसके लिए अपना सेल्फ टेस्ट लें। वीकेंड वाले दिन किसी फ्रेंड या फैमिली मेंबर को अपनी नोटबुक दें और कहें, इससे 10 क्वैश्चन आपसे पूछे। जो आंसर गलत हों, उन्हें अगले वीक के टेस्ट पेपर में शामिल करें। धीरे-धीरे सारे टॉपिक तैयार हो जाएंगे।
अपडेशन पूरी जिंदगी आपके काम आएगा। स्टूडेंट लाइफ के बाद जॉब पीरियड में सक्सेस इसी से मिलेगी। अपडेट रहने के लिए प्रॉपर नोट्स बनाने की हैबिट पूरी लाइफ आपको अपने साथ बनाए रखनी है। ऐसा करेंगे, तो बहुत से सब्जेक्ट्स में आप एक्सपर्ट बन सकते हैं।
एक्सपर्ट ओपिनियन
स्टूडेंट को अपडेशन के लिए इंट्रेस्ट लेते हुए सारे सब्जेक्ट डिटेल में पढने चाहिए। इंट्रेस्ट रहेगा, तो हर चीज सही तरीके से समझ में आती चली जाएगी। एक बार पूरी डिटेल में चैप्टर पढें, उसके बाद जिन जगहों पर आपको प्रॉब्लम हुई है, उसे टीचर या फ्रेंड्स से क्लीयर कर लें। अपडेशन का यह भी अच्छा तरीका माना जाता है।